बर्फ सा पिघल रहा हूं, सांसे भारी हैं मेरी वक्त भी कम है। बर्फ सा पिघल रहा हूं, सांसे भारी हैं मेरी वक्त भी कम है।
सागर से उठकर जो लहरें साहिल को आ छू जाती हैं, धीरे से उमंगे भी उठकर मेरे दिल के तार ब सागर से उठकर जो लहरें साहिल को आ छू जाती हैं, धीरे से उमंगे भी उठकर मेरे दिल ...
सांसे चल रही हैं तुमसे जुदा होकर भी कहीं न कहीं तुम आज भी बाक़ी हो मुझमें, तभी तो दर सांसे चल रही हैं तुमसे जुदा होकर भी कहीं न कहीं तुम आज भी बाक़ी हो मुझमें, ...
ख़ूबसूरत ज़िन्दगी जी हो तो, कर्मों से हिसाब-किताब करती है। ख़ूबसूरत ज़िन्दगी जी हो तो, कर्मों से हिसाब-किताब करती है।
अब रोता क्यों है... तनहा शायर हूँ अब रोता क्यों है... तनहा शायर हूँ
दिलकश बड़ा है, तेरा याद आना मुश्किल बड़ा है, तुझे अब भुलाना दिलकश बड़ा है, तेरा याद आना मुश्किल बड़ा है, तुझे अब भुलाना